जयपुर – एक शादी में जहां जूते चुराई की रस्म पर हल्की-फुल्की मस्ती होती है, सीकर में यह रस्म विवाद का कारण बन गई। सीकर के लाम्बा की ढाणी में शादी के बाद सात फेरे लेकर सजी-धजी दुल्हन को विदा होना था, लेकिन दूल्हे की अतिरिक्त मांगों ने माहौल बिगाड़ दिया।
दहेज की डिमांड और बहादुर बेटी का साहस
इस विवाह समारोह में दूल्हे ने अपनी ससुराल वालों से 5 लाख रुपये और बुलेट बाइक की मांग रख दी। दूल्हे की मांगें यहीं खत्म नहीं हुईं, बल्कि उसने यह भी धमकी दी कि यदि उसकी मांगे पूरी नहीं होतीं तो वह दुल्हन को अपने साथ नहीं ले जाएगा। इससे दोनों परिवारों के बीच बहस बढ़ गई, और मामला कोतवाली थाने तक जा पहुंचा। बहादुर दुल्हन ने अपने आत्म-सम्मान को प्राथमिकता देते हुए दहेज लोभी दूल्हे को ठुकराने का साहसिक कदम उठाया।
दूल्हे की अभद्रता के आरोप
दुल्हन मंजू का कहना है कि फेरे लेने के बाद दूल्हे विक्रम ने उससे और उसके परिवार की महिलाओं के साथ अभद्रता की। इस बदतमीजी के बीच उसने बुलेट और पैसे की मांग रखी, जो दुल्हन के लिए असहनीय था। दूल्हे ने न केवल दुल्हन और उसकी सहेलियों से गलत व्यवहार किया बल्कि पंडित और उसके परिवारवालों को भी अपशब्द कहे। इस स्थिति में दुल्हन ने विदा होने से मना कर दिया और साहस के साथ इस रिश्ते को तोड़ने का निर्णय लिया।
जूते की रस्म बनी विवाद की वजह
विवाद की शुरुआत जूते चुराई की रस्म से हुई, जिसमें लड़की वालों ने 11 हजार रुपये की मांग की। दूल्हे के पिता का कहना है कि यह मांग उनके लिए अजीब थी और इसी पर विवाद बढ़ा। बाद में बात बढ़कर दहेज में बड़ी मांग तक पहुंच गई, जिसके कारण शादी का माहौल बिगड़ गया।
पुलिस की कार्यवाही और गिरफ्तारी
कोतवाली पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर मामले को संभाला। दुल्हन की शिकायत पर दूल्हे और उसके पिता समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस घटना के बाद दहेज विरोध के मामले में दुल्हन का यह कदम समाज के लिए एक प्रेरणा बन गया है।
समाज को संदेश – आत्म-सम्मान सबसे ऊपर
दुल्हन के इस फैसले ने यह संदेश दिया है कि आत्म-सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं होता। आज के समय में भी दहेज जैसी कुप्रथा को खत्म करने के लिए इस तरह के साहसी कदम बेहद जरूरी हैं। यह घटना अन्य लड़कियों को भी अपनी आत्म-सम्मान की रक्षा के लिए आगे बढ़ने का हौसला देगी।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. दहेज मांगने पर क्या कानूनी कार्यवाही की जा सकती है?
हां, दहेज मांगने पर भारतीय कानून के तहत कड़ी सजा का प्रावधान है। अगर कोई दूल्हा या उसके परिवार वाले दहेज मांगते हैं, तो उन्हें दहेज प्रताड़ना के तहत गिरफ्तार किया जा सकता है।
2. क्या शादी के बाद भी दहेज प्रताड़ना के खिलाफ शिकायत की जा सकती है?
हां, शादी के बाद भी यदि दहेज प्रताड़ना होती है तो महिला पुलिस स्टेशन या किसी भी थाने में जाकर शिकायत कर सकती है।
3. इस मामले में समाज के लिए क्या सीख है?
इस घटना से समाज को यह संदेश मिलता है कि लड़कियों को अपने आत्म-सम्मान के लिए साहसिक कदम उठाने चाहिए और दहेज जैसी कुप्रथा का विरोध करना चाहिए।
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