Jodhpur News: राजस्थान के जोधपुर जिले में एक दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक महिला ने अपनी दो मासूम बच्चों के साथ जानलेवा कदम उठाया, जिससे पूरे परिवार की दुनिया ही पलभर में उजड़ गई। यह घटना रविवार को जोधपुर के डांगियावास थानांतर्गत आसारनाडा और जाजीवाल रेलवे स्टेशन के बीच हुई, जब महिला ने बच्चों के साथ जयपुर-जोधपुर इंटरसिटी ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी। पुलिस का मानना है कि यह आत्महत्या घरेलू विवाद के कारण हो सकती है।
घरेलू कलह के कारण उठाया आत्मघाती कदम
पुलिस के मुताबिक, पत्तूदेवी (29), जो जोधपुर के कापरड़ा थानांतर्गत कुड़ गांव की निवासी थीं, अपने 5 साल के बेटे लवजीत और 3 साल की बेटी लक्षिता के साथ रविवार को आसारनाडा और जाजीवाल रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर पहुंची। जब उन्होंने ट्रेन को आते देखा, तो महिला ने बच्चों को लेकर ट्रेन के सामने कूदने का फैसला किया। इस हादसे में तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। उनके सिर में गंभीर चोटें आईं, जिससे मौत की स्थिति बनी। पुलिस ने शवों को मथुरादास माथुर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।
पति की अनुपस्थिति और घरवालों का शोक
घटना के वक्त पत्तूदेवी का पति मध्यप्रदेश के ऊंझा मण्डी में मजदूरी कर रहा था। उसे और महिला के पीहर पक्ष को सूचना दी गई, लेकिन फिलहाल किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है। घरवालों के मुताबिक, यह आत्महत्या का कदम घरेलू विवाद के कारण उठाया गया हो सकता है। माना जा रहा है कि महिला ने ट्रेन को आते देख बच्चों के साथ कूदने का प्रयास किया होगा, लेकिन ट्रेन गुजरने के बाद वह टकरा गई।
घरेलू विवाद का गहरा असर
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि पत्तूदेवी और उसके परिवार के बीच कुछ समय से घरेलू विवाद चल रहा था। एक गांववाले ने बताया कि महिला के ससुराल में कुछ समस्याएं थीं, जिसके चलते वह तीन दिन पहले अपने पीहर रामनगर आई थी। परिजनों ने महिला को समझाने की कोशिश की थी। शुक्रवार को उसके भाई ने उसे ससुराल वापस भेजा था, लेकिन रविवार को वह बच्चों के साथ फिर से ससुराल से बाहर निकली और इस घातक कदम को उठा लिया।
यह घटना समाज में मानसिक तनाव और घरेलू हिंसा के खतरों को उजागर करती है। घरेलू विवाद और मानसिक दबाव के कारण कई बार लोग आत्मघाती कदम उठा लेते हैं। यदि हम हर किसी के मानसिक और भावनात्मक हालात को समझें और समय रहते मदद करें, तो शायद इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकता है।
FAQs:
1. पत्तूदेवी और उसके परिवार के बीच किस तरह का घरेलू विवाद था?
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि पत्तूदेवी और उसके ससुराल वालों के बीच घरेलू विवाद चल रहा था, जिसके कारण वह मानसिक तनाव में थी।
2. क्या पत्तूदेवी की मृत्यु के बाद पुलिस ने कोई मामला दर्ज किया है?
फिलहाल पत्तूदेवी के परिवार वालों ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है, लेकिन पुलिस मामले की जांच कर रही है और पति के लौटने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
3. इस तरह की घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है?
समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और घरेलू हिंसा के खिलाफ कड़े कदम उठाने से ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है। परिवार और दोस्तों को एक-दूसरे का सहारा बनने की जरूरत है।
अंतिम विचार
यह दर्दनाक घटना न केवल परिवार के लिए अपूरणीय क्षति का कारण बनी, बल्कि यह समाज में घरेलू हिंसा और मानसिक दबाव के खतरों के प्रति गंभीर चेतावनी भी देती है। यदि हम एक-दूसरे के मानसिक और भावनात्मक हालात को समझकर मदद करें, तो शायद ऐसी दर्दनाक घटनाओं से बचा जा सकता है।
इस घटना ने हमें यह याद दिलाया है कि हम अपने आस-पास के लोगों के लिए एक मजबूत सहारा बनें और समय रहते मदद का हाथ बढ़ाएं।