Farmers Protest: दलित प्रेरणा स्थल से बैरिकेड्स हटे, गाड़ियां दौड़ने लगीं! नई दिल्ली में धारा 144 लागू – क्या है पूरा मामला?

Farmers Protest देश के किसान एक बार फिर से अपने हक के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। उत्तर प्रदेश के किसान दिल्ली कूच पर अड़े हुए हैं और उनकी मांगें पूरी होने तक पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेतृत्व में हजारों किसान नोएडा के महामाया फ्लाईओवर पर जुटे हुए हैं। रविवार को प्रशासन के साथ उनकी वार्ता असफल रही, और अब सोमवार को किसानों का संसद कूच शुरू हो गया है।

इस आंदोलन ने नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर यातायात व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है। चिल्ला बॉर्डर और डीएनडी फ्लाईओवर पर सुबह से लंबा जाम देखा गया। आइए जानते हैं, इस प्रदर्शन की वजह, किसानों की मांगें और आंदोलन का हर अपडेट।


नोएडा में क्यों इकट्ठा हुए किसान?

नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर किसान अपनी मांगों के समर्थन में धरना दे रहे हैं। ये प्रदर्शन सरकार पर दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है।

  • किसानों का कहना है कि उनके मुद्दों का समाधान केवल दिल्ली से ही निकल सकता है।
  • किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो प्रदर्शन और तेज किया जाएगा।

किसानों की प्रमुख मांगें क्या हैं?

किसानों की मांगें हर भारतीय को सोचने पर मजबूर कर देती हैं। वे अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनकी मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:

  1. फसल के उचित दाम: किसानों को उनकी मेहनत के लिए सही कीमत नहीं मिलती।
  2. कर्जमाफी: किसानों पर बढ़ते कर्ज का बोझ कम करने की मांग।
  3. सहायता योजनाएं: प्राकृतिक आपदाओं के दौरान पर्याप्त सरकारी सहायता।
  4. कृषि कानूनों से जुड़ी समस्याएं: वे चाहते हैं कि उनकी चिंताओं को गंभीरता से लिया जाए।

सुरक्षा के इंतजाम: पुलिस मुस्तैद

प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।

  • ड्रोन निगरानी: किसानों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
  • बैरिकेडिंग: बॉर्डर पर जगह-जगह बैरिकेड लगाए गए हैं।
  • वाटर कैनन तैयार: प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन की व्यवस्था भी की गई है।
  • सीएपीएफ और स्थानीय पुलिस की तैनाती: दिल्ली बॉर्डर को सील कर दिया गया है, ताकि बिना अनुमति कोई प्रवेश न कर सके।

नोएडा-दिल्ली ट्रैफिक पर असर

किसानों के प्रदर्शन ने नोएडा और दिल्ली के बीच यातायात को बुरी तरह प्रभावित किया है।

Farmers protest delhi
  1. चिल्ला बॉर्डर: ट्रैफिक धीमा है। दो लेन से ही वाहनों की आवाजाही हो रही है।
  2. डीएनडी फ्लाईओवर: यहां से डायवर्जन किया गया है।
  3. बॉटैनिकल गार्डन से सेक्टर 18 मार्ग: इस मार्ग पर भीषण जाम की स्थिति बनी रही।

किसानों का क्या कहना है?

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा,

“समाधान दिल्ली से ही निकलेगा। किसान अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सरकार को हमारी बात सुननी होगी।”

प्रदर्शनकारी किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे घर वापस नहीं लौटेंगे। उनका कहना है,

“सरकार के पास हमारी समस्याओं का हल निकालने का वक्त है। अगर वे हमारी मांगें मान लेंगे, तो हम यहां से चले जाएंगे। नहीं तो प्रदर्शन और तेज होगा।”


धरने पर बैठे किसान

नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर किसानों ने धरना शुरू कर दिया है।

  • प्रदर्शनकारियों को दिल्ली जाने से रोक दिया गया है।
  • किसानों ने कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे यहीं डटे रहेंगे।

क्या वार्ता से निकला कोई हल?

रविवार को किसानों और प्रशासन के बीच वार्ता हुई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया।

  • प्रशासन की ओर से किसानों को दिल्ली जाने की अनुमति नहीं दी गई।
  • किसानों ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए अब प्रदर्शन स्थल पर ही डटे रहने का निर्णय लिया है।

अगली रणनीति पर विचार

किसान संगठनों के पदाधिकारी लगातार बैठकें कर रहे हैं। दिल्ली कूच के लिए वे अपनी अगली रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। उनका कहना है कि आंदोलन के अगले चरण की घोषणा जल्द की जाएगी।


FAQs: किसानों के प्रदर्शन पर आपके सवालों के जवाब

1. किसान प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं?
किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनमें फसल के उचित दाम, कर्जमाफी और सरकारी नीतियों में बदलाव शामिल हैं।

2. क्या यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण है?
हां, अभी तक यह प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा है।

3. दिल्ली-नोएडा ट्रैफिक पर क्या असर पड़ा है?
प्रदर्शन के कारण चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी फ्लाईओवर और सेक्टर 18 के आसपास ट्रैफिक बाधित हुआ है।

4. क्या किसानों को दिल्ली जाने दिया गया?
नहीं, पुलिस ने उन्हें दिल्ली में प्रवेश करने से रोक दिया है।

5. प्रदर्शन में कितने किसान शामिल हैं?
हजारों किसान बीकेयू के नेतृत्व में इस प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं।

6. पुलिस ने प्रदर्शन रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं?
ड्रोन निगरानी, बैरिकेडिंग, और वाटर कैनन की व्यवस्था की गई है।

7. क्या सरकार ने किसानों की मांगें मानी हैं?
अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।

8. किसानों का अगला कदम क्या है?
किसान संगठनों की बैठक के बाद अगली रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा।

9. क्या वार्ता से कोई हल निकला?
रविवार को हुई वार्ता असफल रही।

10. प्रदर्शन कब तक चलेगा?
प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि उनकी मांगें पूरी होने तक धरना जारी रहेगा।

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