Barmer News: राजस्थान के बाड़मेर जिले के भाड़खा गांव में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब वीराराम प्रजापत के घर चाय बनाते समय एक लीक हो रहे एलपीजी सिलेंडर में ज़बरदस्त ब्लास्ट हो गया। इस धमाके में परिवार के पांच सदस्य बुरी तरह से झुलस गए, जिनमें एक दो साल की बच्ची भी शामिल है। हादसे के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और लोग तुरंत मदद के लिए दौड़ पड़े।
जागरण के बाद हुआ हादसा
मंगलवार रात वीराराम प्रजापत के घर एक धार्मिक कार्यक्रम, जागरण, का आयोजन हुआ था। सुबह जब परिवार वाले थके हुए जागे और चाय बनाने के लिए रसोई में गए, तब गैस सिलेंडर लीक होने के कारण एक बड़ा धमाका हो गया। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आस-पास के घरों में रहने वाले लोग भी डर गए। जैसे ही आग की लपटें घर से बाहर निकलने लगीं, पड़ोसी दौड़कर आए और आग बुझाने की कोशिश की।
स्थानीय निवासियों ने तुरंत पानी डालकर आग पर काबू पाने की कोशिश की, जबकि दूसरी ओर दमकल और पुलिस को सूचना दी गई। कुछ ही समय में फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। सभी घायलों को तुरंत बाड़मेर जिला अस्पताल ले जाया गया।
परिवार के सदस्यों की हालत
डिप्टी सुपरिंटेंडेंट रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि हादसे में घायल पांचों लोग इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किए गए हैं। इनमें 75 वर्षीय महिला पंची की हालत सबसे गंभीर है, जिन्हें तुरंत जोधपुर के बड़े अस्पताल में रेफर किया गया है। बाकी घायल, जिनमें लता (2), अंतरदेवी (80), नखादेवी (60) और वीराराम (29) शामिल हैं, उनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
रमेश कुमार शर्मा ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि, “Gas leak का अंदेशा होते ही तुरंत सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसी स्थिति में किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहिए और तुरंत गैस सप्लाई बंद कर देनी चाहिए।” इस हादसे ने सभी को सुरक्षा उपायों पर फिर से सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।
गाँव में छाया मातम और जागरूकता की अपील
इस हादसे के बाद भाड़खा गांव में मातम का माहौल है। लोग एक-दूसरे से इस भयानक घटना के बारे में चर्चा कर रहे हैं और अपने-अपने घरों में भी गैस सेफ्टी को लेकर चिंतित हो गए हैं। गांववाले घायलों के जल्द ठीक होने की कामना कर रहे हैं। इस हादसे ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि छोटी-सी लापरवाही किस तरह से बड़ी मुसीबत में बदल सकती है।
अधिकारी और पुलिस टीम गांववासियों को आगाह कर रही है कि सिलेंडर या गैस चूल्हे का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें। इससे भविष्य में ऐसे हादसों को टाला जा सकता है। अधिकारियों का कहना है कि एलपीजी सिलेंडर का नियमित चेकअप और गैस सेफ्टी नियमों का पालन करना ज़रूरी है।
FAQ: गैस सिलेंडर से जुड़ी जानकारी
Q1. एलपीजी सिलेंडर में गैस लीकेज का पता कैसे लगाया जा सकता है?
एलपीजी गैस की गंध तेज़ होती है। अगर कोई गंध महसूस हो तो तुरंत गैस सप्लाई बंद कर दें। इसके अलावा, साबुन के पानी से कनेक्शनों पर टेस्ट किया जा सकता है, अगर बुलबुले आते हैं तो गैस लीक हो रही है।
Q2. गैस सिलेंडर में आग लगने पर क्या करना चाहिए?
अगर सिलेंडर में आग लग जाती है, तो तुरंत गैस सप्लाई बंद करें और बिजली के उपकरणों को बंद कर दें। आग पर पानी डालने की बजाय फायर एक्सटिंग्विशर का इस्तेमाल करें और तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचित करें।
Q3. सिलेंडर ब्लास्ट से बचने के लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
सिलेंडर को हमेशा वेंटिलेशन वाली जगह पर रखें। समय-समय पर सिलेंडर और रेगुलेटर की जांच कराएं। गैस चूल्हे का उपयोग करते समय हमेशा ध्यान रखें कि आसपास कोई ज्वलनशील वस्तु न हो।
घटनास्थल पर पहुँचे लोग और प्रशासन की कार्रवाई
हादसे के दौरान इलाके के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और तुरंत आग बुझाने का प्रयास किया। इसी बीच दमकल और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम भी मौके पर पहुंच गई और स्थिति को संभाला। समय पर पहुंची मदद के चलते आग ज्यादा नहीं फैल पाई और बाकी घरों को सुरक्षित बचा लिया गया।
यह घटना सभी के लिए एक सबक है कि LPG सिलेंडर का इस्तेमाल करते समय कितनी सतर्कता जरूरी होती है।