117 गांवों में पानी का हाहाकार! वोल्टेज और ट्रिपिंग ने बिगाड़ा हाल, करोड़ों लोग प्यासे! (Barmer News)

Barmer News: तीन जिलों के 117 गांव पानी की भारी कमी से जूझ रहे हैं। Mohangarh Pumping House से रोज़ाना 145 MLD (14.50 करोड़ लीटर) पानी का उत्पादन होना चाहिए था, लेकिन वोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या के चलते औसतन केवल 76 MLD (7.6 करोड़ लीटर) पानी ही उपलब्ध हो रहा है।


Why This Water Crisis?

Major Challenges at Mohangarh Pumping House

  1. Low Voltage Problem: पंपिंग स्टेशन को 6600 वॉट की आवश्यकता है, लेकिन बिजली सप्लाई 5900 वॉट से भी कम है।
  2. Frequent Tripping: पिछले 11 महीनों में 430 बार ट्रिपिंग हुई, जिससे पंप बंद रहे।
  3. Power Cuts: डिस्कॉम ने 174 घंटे बिजली बंद रखी।

Impact of the Crisis

Villages and Population Affected

117 गांवों में पानी का हाहाकार! वोल्टेज और ट्रिपिंग ने बिगाड़ा हाल, करोड़ों लोग प्यासे! (Barmer News)
  • Barmer District: 538 Villages
  • Jaisalmer District: 177 Villages
  • Balotra Region: 117 Villages
  • Total Population Affected: 1.12 करोड़

Recent Situation: November Worsens the Problem

  • Voltage Issue: 72 Hours in 10 Days
  • Power Cuts: 3 Hours
  • Tripping: 25 Times

इन समस्याओं के चलते नवंबर में औसत पानी उत्पादन घटकर 76 MLD रह गया है। तीन जिलों के गांव पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।


Infrastructure Breakdown: Only 1 Pump is Functional

मोहानगढ़ पंपिंग स्टेशन में 6 पंप लगाए गए हैं, लेकिन वोल्टेज समस्या के कारण एक समय में केवल एक पंप ही चल रहा है।

  • Capacity of Each Pump: 660 kV
  • Operational Pumps: 1 (Occasionally 2)
  • Idle Pumps: 3

Power Supply and Voltage Issues: Root Causes

  1. Overload on Chandhan GSS: 132 kV चांधन GSS से पोकरण देचू फीडर पर अतिरिक्त लोड।
  2. Lack of Stabilizers: PHED ने अब तक स्टेबलाइजर नहीं लगाए।
  3. Pending GSS Construction: सुप्रीम कोर्ट में नए GSS का मामला लंबित।

FAQs

Q1. Why is there a water shortage in Barmer, Jaisalmer, and Balotra?

The main reasons are low voltage, frequent tripping, and inadequate power supply to the Mohangarh Pumping Station.

Q2. How much water is being produced compared to the demand?

The daily demand is 145 MLD, but only 76 MLD is being produced, which is just 52% of the requirement.

Q3. What is the government doing to resolve this issue?

The government has allowed PHED to install stabilizers at the pumping station. However, a permanent solution like constructing new GSS is pending due to legal issues.

Q4. How can citizens help in this crisis?

People are advised to conserve water and use it responsibly to manage the limited supply.


Proposed Solutions to End the Water Crisis

1. Install Stabilizers Immediately

PHED को पंपिंग स्टेशन पर स्टेबलाइजर लगाने के काम में तेजी लानी होगी।

2. Upgrade the Power Supply System

चांधन GSS पर लोड कम करने और नए GSS के निर्माण की प्रक्रिया को तेज करना होगा।

3. Community Awareness on Water Conservation

लोगों को पानी बचाने और उसके उचित उपयोग के लिए जागरूक किया जाए।


Expert Opinions

अशोक गोयल, चीफ इंजीनियर, डिस्कॉम:
“जब तक नए GSS का निर्माण और सिस्टम अपग्रेड नहीं होता, वोल्टेज समस्या बनी रहेगी। स्टेबलाइजर लगाने से कुछ राहत मिल सकती है।”

PHED अधिकारी:
“मोहानगढ़ से पानी की सप्लाई वोल्टेज समस्या के कारण प्रभावित हो रही है। जिलेवासियों को पानी की बचत पर ध्यान देना चाहिए।”


Conclusion: The Need for Immediate Action

पानी की किल्लत तीन जिलों के लाखों लोगों को प्रभावित कर रही है। इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर काम करना होगा। बिजली आपूर्ति में सुधार और पानी के संरक्षण पर जोर देना अब अनिवार्य हो गया है।

“Save Water Today for a Better Tomorrow!”

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