बाड़मेर में चिकित्सा विभाग में खलबली: IAS TIna Dabi का बड़ा एक्शन

Barmer: जिला कलेक्टर IAS TIna Dabi ने चिकित्सा विभाग में लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाते हुए 39 डॉक्टर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस कार्रवाई से चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया है। डॉक्टर्स को तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है, अन्यथा उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जाएगी।


क्यों उठाया गया यह कदम?

TIna Dabi ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के दौरान पाया कि कई सामुदायिक और उप स्वास्थ्य केन्द्रों में डॉक्टर्स ओपीडी की पर्चियां ई-औषधि पोर्टल पर अपलोड नहीं कर रहे थे। इसके कारण दवाओं की उपलब्धता और खपत का सही आकलन नहीं हो पा रहा है।


किन डॉक्टर्स को मिला नोटिस?

जिन 39 डॉक्टर्स को नोटिस जारी किया गया है, उनमें गडरारोड़, रामसर, शिव, गुड़ामालानी, धनाउ समेत कई ब्लॉक्स के मुख्य चिकित्साधिकारी और चिकित्सा अधिकारी शामिल हैं।


क्या है नोटिस का उद्देश्य?

जिला कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि यदि डॉक्टर्स तीन दिन में संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

  • समस्या: समय पर ई-औषधि पोर्टल पर डाटा अपलोड न होने से दवाओं का स्टॉक मैनेजमेंट प्रभावित हो रहा है।
  • समाधान: डॉक्टर्स को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस लापरवाही को तुरंत सुधारें।

टीना डाबी का संदेश

टीना डाबी ने अपनी सख्त कार्रवाई से साफ कर दिया है कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनका कहना है कि समय पर रिपोर्टिंग से ही दवाओं की आपूर्ति और मरीजों को बेहतर सेवाएं दी जा सकती हैं।


FAQs

Q1: टीना डाबी ने किस मुद्दे पर कार्रवाई की है?
टीना डाबी ने ई-औषधि पोर्टल पर ओपीडी पर्चियां अपलोड न करने के कारण 39 डॉक्टर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

Q2: डॉक्टर्स को कितने दिन में जवाब देना होगा?
डॉक्टर्स को तीन दिन के भीतर जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं।

Q3: यदि डॉक्टर्स जवाब नहीं देते तो क्या होगा?
जवाब न देने पर एकतरफा कार्रवाई की जाएगी।


लेखक परिचय:
मैं जोगेन्द्र जांगिड़, बाड़मेर से हूं और मेरी वेबसाइट BarmerNews.org पर आपको बाड़मेर और अन्य trending खबरों से जुड़ी सटीक जानकारी मिलेगी। अगर आपको ऐसी ही खबरें और अपडेट्स चाहिए, तो हमारी वेबसाइट को विजिट और फॉलो जरूर करें। 🙏

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