Barmer news: बाड़मेर जिले के गडरारोड थाना क्षेत्र में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुई अप्रिय घटना से स्थानीय लोगों और परिजनों में नाराज़गी बढ़ गई। आरोप है कि घटना के बाद पुलिस की ओर से तुरंत कार्रवाई न होने के कारण परिजनों ने स्थानीय व्यापारियों के साथ मिलकर सोमवार को गडरारोड बाजार बंद रखा। इस विरोध ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी और लोगों ने मिलकर न्याय की मांग की।
क्या हुआ था उस दिन
यह घटना 2 नवंबर की शाम की है, जब 12 साल की बच्ची घर से सामान लेने के लिए गडरारोड के बाजार में गई थी। उसी दौरान, पड़ोस के ही दो युवक बाइक पर आए और बच्ची को अपने साथ ले जाने का प्रयास किया। बच्ची की आवाज़ सुनकर आसपास के लोग सतर्क हो गए और आरोपियों का पीछा किया, जिसके बाद वे बच्ची को सड़क किनारे छोड़कर वहां से चले गए। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
परिजनों का आरोप और पुलिस की प्रतिक्रिया
परिजनों का कहना है कि पुलिस ने शुरू में इस मामले में त्वरित और सख्त कदम नहीं उठाए, जिसके कारण उनका आक्रोश बढ़ गया। पुलिस ने शुरुआती कार्रवाई में दोनों युवकों को शांति भंग के आरोप में हिरासत में लिया, लेकिन बाद में कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। इसके बाद परिजनों और स्थानीय लोगों के दबाव पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।
बाजार बंद और विरोध प्रदर्शन
पुलिस की प्रतिक्रिया से नाखुश परिजनों ने रविवार को स्थानीय व्यापारियों से सोमवार को बाजार बंद रखने का आग्रह किया। व्यापारियों ने इस आग्रह को समर्थन देते हुए सुबह से दोपहर 12 बजे तक बाजार बंद रखा। इस दौरान लोग एकत्रित होकर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध में खड़े हुए और न्याय की मांग की। पुलिस ने भी लोगों से बात कर शांति बनाए रखने की अपील की और भरोसा दिलाया कि निष्पक्ष जांच की जाएगी।
मामले में प्रगति और पुलिस का बयान
डीएसपी मानाराम गर्ग ने बताया कि रिपोर्ट मिलने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए पॉक्सो एक्ट और अन्य जरूरी धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। दोनों युवकों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। डीएसपी ने भरोसा दिलाया कि पुलिस पूरी पारदर्शिता के साथ इस मामले की जांच करेगी।
स्थानीय लोगों की उम्मीदें
घटना के बाद गडरारोड के लोग न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों और परिजनों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं पर पुलिस को त्वरित और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। लोगों को उम्मीद है कि पुलिस निष्पक्षता से काम करेगी और समाज में एक सशक्त संदेश पहुंचाएगी।